പന്ത്രണ്ടു പേരാൽ ഒത്തുചേരുമീ പുണ്ണ്യഭൂവിൽ षड दर्शनों के अलावा लोकायत तथा शैव एवं शाक्त दर्शन भी हिन्दू दर्शन के अभिन्न अंग हैं। चार्वाक दर्शन[संपादित करें] वेदान्त क्या है? जाने भारतीय वेदांत दर्शन को वैदिक साहित्य का विकास चार चरणों में हुआ है। ये संहिता, ब्राह्मण, आरण्यक और उपनिषद् कहलाते हैं। मंत्रों https://homera470odr0.nytechwiki.com/user