तन्हाई के पलों में, मैं अपने आप से बातें करता हूँ, आँख में पानी रखो होंटों पे चिंगारी रखो मेरे कमरे को सजाने कि तमन्ना है तुम्हें, जिंदगी में इंसान उस वक्त बहुत टूट जाता है, कलीम आजिज़ टैग : ज़िंदगी शेयर कीजिए मेरी तन्हाई में ख़्वाबों के सिवा कुछ https://youtu.be/Lug0ffByUck